अस्पताल में भर्ती प्रशांत किशोर ने घोषणा की, "मेरा जानलेवा अनशन जारी रहेगा।"
प्रशांत किशोर, जन सुराज पार्टी के संस्थापक, प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों के बीच बिहार सरकार से पिछले महीने हुई बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

मंगलवार, 7 जनवरी 2025 को, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें पूरी तरह से चिकित्सा जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। यह घटना उनके "अनशन" के चलते गिरफ्तारी और जमानत पर रिहा होने के एक दिन बाद हुई।
डॉक्टर ने बताया, "कुछ चिकित्सा समस्याएं हैं जिन्हें गंभीरता से जांचने की जरूरत है। उन्हें संक्रमण और निर्जलीकरण हो रहा है। वह कमजोरी और असहजता महसूस कर रहे हैं।"
अस्पताल जाने से पहले श्री किशोर ने पत्रकारों से कहा, "मेरा अनशन जारी रहेगा।"
पुलिस ने सोमवार, 6 जनवरी 2025 को, सुबह-सवेरे श्री किशोर को गांधी मैदान में "अनशन" के सिलसिले में गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी पटना उच्च न्यायालय के उस आदेश के उल्लंघन के आरोप में की गई, जिसमें गांधी मैदान के अलावा किसी अन्य स्थान पर प्रदर्शन करने पर रोक लगाई गई थी। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बीपीएससी परीक्षा में पेपर लीक होने के आरोपों के चलते श्री किशोर ने सिविल सेवा उम्मीदवारों के ongoing प्रदर्शन का समर्थन किया है। ये प्रदर्शन पिछले महीने हुई बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर किया जा रहा है।
श्री किशोर ने 2 जनवरी को इस मांग के समर्थन में भूख हड़ताल शुरू की थी और 6 जनवरी को उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया।